कलेक्टर श्री राकेश कुमार श्रीवास्वत की अध्यक्षता में मप्र टूरिज्म बोर्ड भोपाल के तत्वधान एवं जिला पुरातत्व एवं पर्यटन परिषद श्योपुर के सहयोग से होमस्टे योजना पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन आज कलेक्टर कार्यालय श्योपुर के सभागार में किया गया। इस कार्यशाला में कुल 68 प्रतिभागियो ने हिस्सा लिया। जिसमें नवीन पंजीयन हेतु इच्छुक निजी संपत्ति धारक, टूर एवं ट्रेवल्स एसोसिएशन के प्रतिनिधि, राजस्व एवं कृषि विभाग के अधिकारी शामिल थे।
कार्यशाला में प्रभारी अपर कलेक्टर एवं जिला पुरातत्व एवं पर्यटन परिषद श्योपुर के प्रभारी अधिकारी श्री रूपेश उपाध्याय, संयुक्त संचालक टूरिज्म बोर्ड श्री संतोष श्रीवास्तव, मप्र टूरिज्म बोर्ड के सलाहकार कौशल श्री प्रशांत छिरोल्या, भाजपा के प्रतिनिधि श्री दिनेशराज दुबोलिया, डीपीएम एनआरएलएम श्री सोहनकृष्ण मुदगल, नायब तहसीलदार सुश्री रजनी बघेल, टूरिज्म बोर्ड की सुश्री किरण यादव, श्री चन्द्रदीप मण्डलोई, विभागीय अधिकारी, टूरिज्म बोर्ड के पदाधिकारी, समाजसेवी, स्वयंसेवी सस्थाओं के पदाधिकारी, शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के नागरिक उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री राकेश कुमार श्रीवास्तव ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि मप्र टूरिज्म बोर्ड द्वारा होमस्टे योजना शुरू की है। जिसके अतंर्गत शहरी और ग्रामीण क्षेत्रो के उन सभी घर मालिको को अपने आवास के एक हिस्से को पर्यटन आवास के रूप में देने की सुविधा प्रदान की गई है। यह अनुठी और सार्थक योजना संपत्ति मालिको को पर्यटको को भारत के दिल की समृद्ध संस्कृति, भोजन, रिति-रिवाज और जीवनशैली से परिचित कराने में सक्षम बनायेगी। जिसका लाभ श्योपुर जिले के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के नागरिक उठा सकते है। उन्होने कहा कि होमस्टे को आजीविका का साधन बनाया जावे। उन्होने कहा कि विभागीय अधिकारी अपने विभाग का होमस्टे योजना में सहयोग प्रदान करे। जिससे यह योजना जिले में कारगर रूप लेने में सहायक बन सके।
प्रभारी अपर कलेक्टर एवं जिला पुरातत्व एवं पर्यटन परिषद श्योपुर के प्रभारी अधिकारी श्री रूपेश उपाध्याय ने कार्यशाला में बताया कि समस्त प्रतिभागियो का स्वागत किया एवं कार्यशाला में उद्देश्य, जिले के होमस्टे की प्रासगिकता एवं आवश्यकता का लाभ लेकर प्रदेश के पर्यटन मानचित्र पर श्योपुर को प्रमुखतः से प्रदर्शित करने के लिए कार्य करने की बात कही।
मप्र टूरिज्म बोर्ड के के सलाहकार कौशल श्री प्रशांत छिरोल्या ने कार्यशाला में विचार व्यक्त करते हुए कहा कि शासन की होमस्टे योजना, फामस्टे योजना, ग्रामस्टे योजना एवं ब्रेड एंड ब्रेकफास्ट योजना के माध्यम से पंजीयन की प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी का प्रस्तुतीकरण दिया। इसके अतिरिक्त उपस्थित लोगो की होमस्टे संबधी समस्याओ की शंकाओ का समाधान किया। साथ ही योजना के अंतर्गत पर्यटन विभाग द्वारा प्रदान किये जा रहे वित्तीय प्रावधान एवं तकनीकी सहायता की विस्तृत जानकारी दी। साथ ही उन्होने बताया कि वर्तमान में कोविड-19 की विपरीत परिस्थितियों के कारण होमस्टे की प्रासंगिकता अधिक होने के कारण योजना से जुडकर लाभ ले सकते है।
इस कार्यशाला में नवीन पंजीयन हेतु इच्छुक निजी क्षेत्र के ऐसे हितधारक जो अपने आवास के अतिरिक्त कक्षो को पर्यटको हेतु उपलब्ध कराना चाहते है, अपने आवास को पर्यटको हेतु ठहरने के लिए प्रदान करना चाहते हो अथवा श्योपुर के समीप फार्म हाउस या ग्रामीण परिवेश के घरो को पर्यटको हेतु उपलब्ध कराना चाहते हो, टूर ट्रेवल्स एसोसिएशन प्रतिनिधि, होटल एसोसिएशन में प्रतिनिधि एवं जमीनी स्तर पर कार्यरत शासकीय अधिकारियो/ कर्मचारियों को शामिल करने की सुविधा दी गई है।
कार्यशाला का आयोजन कोविड-19 की गाईडलाइन के अनुसार करने की व्यवस्था नागरिको को उपलब्ध कराई गई है। इस कार्यशाला में मप्र टूरिज्म बोर्ड भोपाल के अन्य प्रतिनिधियों द्वारा योजना के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। साथ ही इच्छुक हितधारको के नवीन पंजीयन हेतु आवेदन पत्र भरने संबंधी कार्यवाही की। कार्यशाला में होमस्टे, आतिथ्य एवं आवास पर आधारित पर्यटको को ठहरने की सुविधा श्योपुर जिले के कूनो पालपुर क्षेत्र के टूरिस्टो के आने पर होमस्टे कराने की व्यवस्था विदेशी पर्यटक के दीपावली पर भारत में आने पर ठहरने और स्थानीय कल्चर का अवलोकन गुजरात में ग्रामीण महिलाओ के साथ होमस्टे, ग्रामीण समुदाय योजना का वीडियो प्रस्तुत किया। प्राइवेट सेक्टर को टूरिज्म से जोडने, लोकल एम्पाईमेंट में मदद, कोई भी व्यक्ति अपने घर में रूम को देने और घर के कमरो को साफ-सुथरा करने पर चर्चा की गई।
इसी प्रकार मप्र टूरिज्म बोर्ड के पदाधिकारियो ने अपने घर के अतिरिक्त रूम का रजिस्टेशन करवाने एवं बे्रड एण्ड ब्रेकफास्ट इकाई के प्लान को समझाया गया। फार्म स्टे इकाई, ग्राम स्टे इकाई, होमस्टे प्रारंभ करने की व्यवस्थाओ के बारे में कार्यशाला में जानकारी दी। साथ ही होमस्टे प्रारंभ क्यो, हमारा चयन क्यो, पंजीयन की आवश्यकता एवं आर्हता, होमस्टे डीपी का वीडियो, होमस्टे का रजिस्टर्ड वीडियो, पंजीयन प्रक्रिया एवं शुल्क से अवगत कराया। जिसमें होमस्टे के अंतर्गत सिलवर की दर 01 हजार, गोल्ड की 02 हजार एवं डायमड की 03 हजार के अलावा ब्रेड- बे्रकफास्ट दर 02 हजार रूपये, फामस्टे 05 हजार, ग्रामस्टे 01 हजार के अलावा होमस्टे योजना प्रोत्सहान की जानकारी दी गई।
कार्यशाला के अंत में इच्छुक हितग्राहियों द्वारा मौके पर ही आवेदन पत्रो को भरकर पंजीयन की प्रक्रिया पूर्ण की। कार्यशाला में सुश्री किरण यादव एवं श्री चन्द्रदीप मण्डलोई ने उपस्थित प्रतिभागियो का आभार प्रदर्शन किया। साथ ही उनके विशेष सहयोग के लिए धन्यवाद दिया।
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