सीईओ जिला पंचायत श्री राजेश शुक्ल की अध्यक्षता में जिला स्तरीय समन्वय बैठक मे राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) द्वारा आगामी वित्तीय वर्ष 2021-22 में श्योपुर जिले के लिए कुल प्राथमिकता क्षेत्र मे लगभग रूपये 2198.48 करोड़ की संभाव्यता युक्त ऋण योजना तैयार की गई। बैठक में सीईओ जिला पंचायत द्वारा ऋण योजना पुस्तिका का विमोचन किया।
इस अवसर पर जिला विकास प्रबन्धक नाबार्ड श्री राजा जी अय्यर, एलडीएम श्री सुरेन्द्र पाठक, सहित सभी बैंकों के जिला समन्वयक, बैंकर्स, शासकीय विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
सीईओ जिला पंचायत श्री राजेश शुक्ल ने नाबार्ड द्वारा तैयार की गई योजना के अनुसार ऋण वितरण करने के निर्देश सभी बैंक अधिकारियों को दिये। इस अवसर पर नाबार्ड के जिला विकास प्रबन्धक श्री राजा जी अय्यर ने ऋण योजना की रूपरेखा प्रस्तुत की। उन्होने बताया की पीएलपी मे कृषि ऋण के लिए रुपये 1593.03 करोड़, कृषि मियादी ऋण के लिए रुपये 520.15 करोड़, कृषि अधोसंरचना के लिए रुपये 1965.76 करोड़, सूक्ष्म, लघु एवं माध्यम इकाईयों के लिए रुपये 254.40 करोड़ और अन्य प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्रो के लिए रुपये 240.14 करोड़ की संभाव्यता का आकलन किया गया है।
नाबार्ड के जिला विकास प्रबन्धक श्री राजा जी अय्यर ने बताया की भारत सरकार, राज्य सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक की नीतियों और प्राथमिकताओं को ध्यान में रखते हुए वर्ष 2021-22 के संभाव्यता युक्त ऋण योजना की थीम “किसानों की आय बढ़ाने के लिए कृषि उपज का समूहन” रखी गई है। इस वर्ष की पीएलपी मे प्रमुख महत्व वाले क्षेत्र जैसे किसानों की आत्म निर्भर भारत, आत्म निर्भर मध्य प्रदेश, आय दोगुनी करना, कृषक उत्पादक संगठन, डेयरी विकास, खाद्य प्रसंस्करण, जलवायु परिवर्तन, नवीकरणीय ऊर्जा, जल संरक्षण और कौशल भारत योजना पर विशेष जोर दिया गया है।
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