केन्द्रीय मंत्री श्री तोमर ने कहा कि आजीविका मिशन में स्वयं सहायता समूहों की सफलता की अनेक कहानियां है, जिससे जिले की प्रतिष्ठा देश में बढ़ती है। उन्होंने इस मिशन में प्रोजेक्ट्स के सुचारू संचालन के लिए मार्गदर्शन देते हुए इस बात पर संतोष जताया कि इनसे जुड़ी अनेक बहनों के जीवन में बदलाव आया है। साथ ही कहा कि अन्य बहनों के भी जीवन स्तर में भी बदलाव लाने के लिए पूरा प्रयास सभी को मिलकर करना चाहिए। इस दृष्टि से जिले का एक एक्शन प्लान बनाया जाएं और बहनों को प्रशिक्षित किया जाए। श्री तोमर ने कहा कि किसी भी योजना के बारे में जब तक आत्मावलोकन नहीं करेंगे, तब तक वास्तविक प्रगति नहीं हो सकती। यह देखा जाए कि अभी किन लक्ष्यों तक पहुंचना बाकी है और अंतिम लक्ष्य तक पहुंचने में कितनी राशि-कितने साधन लगेंगे।
आवास योजना की प्रगति के संबंध में श्री तोमर ने बताया कि जिले में सहरिया, बैगा, बागा आदि समुदायों के लिए पूर्व में अलग से आवास मंजूर किए गए थे। श्री तोमर ने बताया कि उन्होंने अपने दायित्व वाले केंद्रीय ग्रामीणविकास मंत्रालय से 19,166 आवास स्वीकृत कर दिए हैं। गुना में 4 हजार आवास मंजूर किए गए हैं। अब इनके माध्यम से कोई भी गरीब परिवार आवास सुविधा से बचना नहीं चाहिए, पूरी पारदर्शिता से काम होना चाहिए। कार्यप्रणाली ऐसी होना चाहिए कि संबंधित परिवार को तुरंत मालूम होना चाहिए कि हितग्राही के रूप में उसका नाम है, ताकि चक्कर नहीं लगाना पड़े।पीएम आवास योजना में श्योपुर टाप फाइव में है।
केन्द्रीय मंत्री श्री तोमर ने कहा कि जिले में दुग्ध उत्पादक बड़ीसंख्या में है, जिनका क्लस्टर पूरे देश में सुर्खियां पा सकता है, यहां देशी नस्ल कीगायें बड़ी संख्या में है, दूधउत्पादन भी बहुत अच्छा होता है, आर्गेनिक खाद्य पदार्थ है, गायें भी आर्गेनिक फूड पर ही पल रही है। ऐसे में यहां की देशी गायों की नस्ल को प्रमाणित कराते हुए विश्वसनीयता कायम की जाए तथा यहां के दूध से प्रोडक्ट्स तैयार कर उनकी ब्राडिंग श्योपुर-कराहल के नाम सहित करें, जिससे दूध उत्पादकों की आय बढ़ाई जा सकती है।केंद्र सरकार ने आत्मनिर्भर भारत अभियान में कृषि व सम्बद्ध क्षेत्रों के लिए अनेक पैकेज घोषित किए हैं, जिसमें 15हजार करोड़ रू.का फंड पशुपालन के लिए भी है।इसका लाभ जिले में भी लिया जाएं।
केन्द्रीय मंत्री श्री तोमर ने कहा कि केंद्र सरकार ने ग्रामीण व कृषि क्षेत्र को और मजबूत बनाने के लिएअनेक योजनाएं प्रारंभ की है। इनमें 10 हजार नए एफपीओ बनाने की स्कीम भी है, जिससे श्योपुर जिले में भी छोटे रकबे वाले व कम फसल पैदा करने वाले किसानों को संगठित करके लाभ पहुंचाया जाएं। सहरिया समूहों के किसानों के भी एफपीओ बनाए जा सकते हैं व उन्हें एकल सिंचाई योजना का लाभ दिया जा सकता है।समूहों में यदि वे एक ही प्रकार की खेती करें तो इससे उनकी आय काफी बढ़ सकेगी। इसके लिए उन्होंने कुम्हेडे से आगरा में पैठा बनाने का उदाहरण दिया। इसी प्रकार, जड़ी-बूटियां जिनकी प्रचुरमात्रा में मांग है, उन्हें चिन्हित करके किसानों को एकजुट कर एफपीओ से फायदा लें। योजना के तहत वेयर हाउस व कोल्ड स्टोरेज बनाए जा सकते हैं, प्रोसेसिंग यूनिट भी लगा सकते हैं। हर्बल खेतीको बढ़ावा देने के लिए भी केंद्र सरकार ने 4 हजार करोड़ रू. का प्रावधान किया है, जिसके अंतर्गत एक हर्बल पार्क की स्थापना श्योपुर में करने का प्रस्ताव देने का सुझाव श्री तोमर ने दिया।
केन्द्रीय मंत्री श्री तोमर ने कहा कि गोरस की गायोंके लिए चारेकी व्यवस्था हेतु पास ही चारागाह का विकास किया जाएं, जिससे दुग्ध उत्पादकों की परेशानी हल होगी व आय भी बढ़ेगी।एक जिला- एक उत्पाद की योजना में अमरूद को देशभर में प्रसिद्धि दिलाने पर काम किया जाएं, मार्केट लिंकेज व अन्य बातों पर भी समग्र योजना बनाकर काम होगा तो सफलता मिलेगी। उन्होंने एकलव्य स्कूल के संबंध में भी प्रोग्रेस के लिए दिशा-निर्देश दिए। साथ ही, बताया कि 110 करोड़ रूपए की नलजल योजना बन गई है, जिसे राज्य सरकार ने प्रोसेस कर दिया है और वह एडीबी की प्रक्रिया में शामिल हो गई है, अब इसकी मंजूरी के लिए हम प्रयासरत है। बड़ौदा के लिए 37 करोड़ रू.के वाटर प्रोजेक्ट की मंजूरी मिल गई है।
केन्द्रीय मंत्री श्री तोमर ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए नए कृषि कानून के संबंध में जागरूकता के लिए काम करना चाहिए, ये कानून छोटे किसानों की जिंदगी में आमूलचूल परिवर्तन लाएंगे। जो तत्व देश को आगे नहीं बढ़ते देखना चाहते, उनसे सावधान रहते हुए कानूनों के लाभ के किसानों तक पहुंचाने के लिए काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कोरोना के प्रोटोकाल के पालन में ढिलाई नहीं होना चाहिए।
कलेक्टर श्री राकेश कुमार श्रीवास्तव ने बैठक में अवगत कराया कि प्रधानमंत्री अवास योजना-ग्रामीण के अंतर्गत श्योपुर जिले को 19166 सहरिया परिवारो को आवास उपलब्ध कराने की स्वीकृति मिल चुकी है। इन आवासों के हितग्राहियों को उपलब्ध कराने के लिए प्रारंभिक तैयारियां चल रही है। साथ ही सभी औचारिकताएं 26 जनवरी की ग्रामसभा में पूर्ण की जावेगी। इसी प्रकार प्रधानमंत्री आवास योजना में श्योपुर जिला मप्र में चौथे स्थान पर पहुंच गया है। उन्होने कहा कि दुग्ध उत्पादन को बढावा देने की दिशा में स्वीकृत प्रोजेक्ट के लिए गोरस में भूमि का चयन किया जा चुका है।
कलेक्टर ने कहा कि जल जीवन मिशन के एजेण्डा के अनुसार कार्यवाहियां अमल में लाई जा रही है। जिसमें 516 गांवो को जोडा जाकर 1 लाख 574 परिवारों को पेयजल की सुविधा उपलब्ध कराने के प्रयास जारी है। उन्होने कहा कि पेयजल अवर्धन योजना के अंतर्गत श्योपुर शहर को पानी दिलाने की दिशा में 110 करोड रूपये का प्रोजेक्ट तैयार कर लिया गया है। उन्होने कहा कि एक जिला-एक उत्पादन के अंतर्गत अमरूद की खेती को बढावा देने की दिशा में प्रोजेक्ट तैयार किया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट में अधिक से अधिक अमरूद के बगीचे एनआरएलएम एवं उद्यानिकी विभाग के माध्यम से लगाये जावेगे। साथ ही मार्केंटिंग की सुविधा को भी अमल में लाया जावेगा। कलेक्टर ने कहा कि श्योपुर शहर के शिवर प्लांट के लिए प्रोजेक्ट तैयार किया गया है।
सीईओ जिला पंचायत श्री राजेश शुक्ल ने बैठक में जानकारी देते हुए कहा कि आजीविका मिशन के अतंर्गत 55 हजार 732 स्वसहायता समूह को रोजगार से जोडने की पहल की जा रही है। जिसमें 10 स्वसहायता समूहों को आजीविका एक्सप्रेस प्रदान कर सहरिया परिवार की महिलाओ के जीवन में सुधार लाने के प्रयास किये गये है। उन्होने कहा कि गिर गोरस एटू मिल्क के नाम से प्रोजेक्ट पर कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। उन्होने कहा कि विजयपुर क्षेत्र में पेठा (कुमेडा) की पैदावार अधिक होती है। जिसकी मार्केटिंग किसान आगरा में करते है।
इस दिशा में विजयपुर-श्योपुर क्षेत्र में ही पेठा बनाने की दिशा में प्रोजेक्ट तैयार किया जावेगा। उन्होने कहा कि स्वसहायता समूहो को 16 गौशालाओ का कार्य दिया गया है। इसी प्रकार ओछापुरा, कराहल और सेंसईपुरा में तीन आजीविका नर्सरी तैयार की गई है। उन्होने कहा कि आजीविका प्रड्यूसन कंपनी के माध्यम से कराहल क्षेत्र में कार्य किये जा रहे है। चारागाह विकास गौशाला के साथ चल रहा है। इस दिशा में कलेक्टर श्योपुर द्वारा 32 को मंजूरी दी जा चुकी है।
डीएफओ श्री सुधाशु यादव ने चारागाह विकास के अतंर्गत वन विभाग के द्वारा 600 हेक्टयर भूमि का चयन किया गया है। साथ ही चारागाह, घास समितियो के माध्यम से देने की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।
बैठक में क्षेत्रीय विधायक श्री बाबू जण्डेल, जिला पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती कविता मीणा, पार्टी पदाधिकारी श्रीमती मिथलेश तोमर, कराहल जनपद अध्यक्ष श्री रामदासी बाई, गांधी आश्रम के संचालक श्री जय सिंह जादौन ने उपयोगी सुझाव दिये। इसी प्रकार उपसंचालक कृषि श्री पी गुजरे, कार्यपालन यंत्री पीएचई श्री संतोष श्रीवास्तव, पीआईयू श्री विपिन सोनकर, डीपीएम आजीविका मिशन श्री सोहनकृष्ण मुदगल, परियोजना अधिकारी श्री राघवेन्द्र जाट ने विभागीय योजनाओ की जानकारी दी।
केन्द्रीय मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर की अध्यक्षता में जिला विकास समन्वयन एवं अनुश्रवण कमेटी (दिशा) की वीसी में रेडियम लगाओ-जीवन बचाओ जागरूकता अभियान का शुभारभ आज किया गया है। जिसमें पहले चरण में 50 पंचायतो में कार्यवाही की जावेगी। इस दिशा में वीसी में सीईओ जिला पंचायत श्री राजेश शुक्ल ने विस्तार से जानकारी दी।
केन्द्रीय मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर की अध्यक्षता में जिला विकास समन्वयन एवं अनुश्रवण कमेटी (दिशा) की वीसी के दौरान कलेक्टर कार्यालय श्योपुर के कार्यालय में कलेक्टर श्री राकेश कुमार श्रीवास्तव, पुलिस अधीक्षक श्री सम्पत उपाध्याय, श्योपुर क्षेत्र के विधायक श्री बाबू जण्डेल, विजयपुर श्री सीताराम आदिवासी, जिला पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती कविता मीणा, जिला पंचायत के सीईओ श्री राजेश शुक्ल, डीएफओ श्योपुर श्री सुधांशु यादव, पार्टी पदाधिकारी/समिति सदस्य श्रीमती मिथलेश तोमर, जनपद अध्यक्ष कराहल श्रीमती रामदासी बाई, गांधी आश्रम के संचालक श्री जय सिंह जादौन, डीपीएम आजीविका मिशन श्री सोहनकृष्ण मुदगल, कार्यपालन यंत्री पीएचई श्री संतोष श्रीवास्तव, आरईएस श्री पीआर इटोरिया, पीआईयू श्री विपिन सोनकर, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास श्री ओपी पाण्डेय, उपसचांलक कृषि श्री पी गुजरे, सहायक आयुक्त आजाक श्री एमपी पिपरैया एवं अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें